यह किसी को बताने की ज़रूरत नहीं है कि भारत की अर्थव्यवस्था में सूक्ष्म, लघु और माध्यम उद्योगों (MSMEs) का बहुत बड़ा योगदान है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि वर्तमान में भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में MSME सेक्टर लगभग 30% का योगदान करता है और आने वाले समय में इसके लगभग 40% तक होने की संभावना है। बिज़नेस छोटा हो या बड़ा, बिना फ़ाइनेंस मैनेज़मेंट के आगे नहीं बढ़ सकता है और बिना बिज़नेस बैंकिंग के बिज़नेस फ़ाइनेंस को मैनेज़ करना लगभग नामुमकिन है। आज हम भले ही तकनीकी रूप से काफ़ी आगे बढ़ गए हों, लेकिन अभी भी ज़्यादातर MSME के लिए उनकी बिज़नेस बैंकिंग आसान नहीं है।
आपने अक्सर देखा होगा कि छोटा बिज़नेस चलाने वाला व्यवसायी अपने बिज़नेस की बैंकिंग संबंधी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए कितना परेशान रहता है। मान लीजिए कि आप एक इलेक्ट्रॉनिक्स शोरूम के मालिक हैं और आपको कैश या चेक जमा करने के लिए अक्सर बैंक जाना पड़ता है। इसके अलावा बैंक स्टेटमेंट के लिए अपनी पासबुक भी अपडेट करना पड़ता है। सबसे बड़ी बात अकाउंट मैनेज़ करने के लिए हर पेमेंट को मैच भी कराना पड़ता है। ये सब काम करने में आप हर सप्ताह कई घंटों बैंक में ही बिताते हैं। ऐसे में आप अपना ध्यान अपने ग्राहकों और बिज़नेस पर अच्छे से नहीं दे पाएंगे, जिससे आपका बिज़नेस का नुकसान होगा।। वहीं, अगर आप ये सारा समय किसी तरह से बचा लेते हैं, तब आप इस समय का इस्तेमाल अपने बिज़नेस को बढ़ाने में लगा सकते हैं।
बैंकिंग संबंधी इन समस्याओं का सामना करते हैं भारत के ज़्यादातर सूक्ष्म, लघु और माध्यम उद्योग:
- अक्सर लोगों को अपना काम बीच में छोड़कर बैंक का काम करने के लिए उसकी ब्रांच में जाना पड़ता है
- डॉक्यूमेंट संबंधी कार्य करने में भी काफ़ी समय बर्बाद होता है
- कैश रजिस्टर और डेबुक के आधार पर बैंक स्टेटमेंट मैच किया जाता है
- इसके अलावा, आज भी ज़्यादातर छोटे व्यवसायी ऑनलाइन बैंकिंग की प्रक्रिया के बारे में अच्छे से नहीं जानते हैं
पिछले कुछ सालों में हम सभी ने देखा कि भारत में काफ़ी तेज़ी से डिजिटलाइज़ेशन हुआ है और ज़्यादातर बिज़नेस ने डिजिटल पेमेंट लेना शुरू कर दिया है। इस वजह से बिज़नेस के लिए बिज़नेस बैंकिंग का भी विकास हुआ है।
आपको बैंकिंग परेशानियों से बचाएगा OpenBook ऑनलाइन अकाउंट:
OpenBook का ऑनलाइन बैंक अकाउंट विशेष रूप से भारत के सूक्ष्म, लघु और माध्यम उद्योगों (MSMEs) के लिए बनाया गया है। इसमें एक पारंपरिक बैंक अकाउंट की तरह ही अकाउंट होल्डर का नाम, अकाउंट नंबर और IFSC कोड मिलता है। इसकी सबसे ख़ास बात यह है कि इसे इस्तेमाल करने के लिए आपको बैंक के किसी ब्रांच में नहीं जाना पड़ता है। इसे आप अपनी OpenBook ऐप पर कभी भी – कहीं भी इस्तेमाल कर सकते हैं। जैसे ही आप OpenBook पर साइन-अप पूरा करते हैं, आपको एक OpenBook ऑनलाइन अकाउंट मिलता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि OpenBook पर ऑनलाइन बैंक अकाउंट खोलने में 2 मिनट से भी कम समय लगता है।
OpenBook का ऑनलाइन बैंक अकाउंट भारत के सूक्ष्म, लघु और माध्यम उद्योगों (MSMEs) की बिज़नेस बैंकिंग को आसान बनाने के लिए बनाया गया है।
OpenBook ऑनलाइन अकाउंट इस तरह करता है आपके बिज़नेस की मदद:
- अपने ग्राहकों से सीधे OpenBook अकाउंट में पैसे कलेक्ट करें
- आसानी से तुरंत वेंडर्स (जिनसे आप सामान ख़रीदते हैं) को पेमेंट करें
- अपने यहां काम करने वाले कर्मचारियों की सैलरी दें
- सामान्य बैंक की तरह पैसे जमा करें और अपना बैलेंस स्टोर करें
- अपने बिज़नेस की यूटिलिटी बिलों की पेमेंट करें
आपको यह जानकर बहुत ज़्यादा हैरानी होने वाली है कि OpenBook अकाउंट की मदद से आपका पूरा बिज़नेस फ़ाइनेंस और ट्रांजेक्शन ऑटोमेटिक हो जाता है। इसका मतलब यह है कि अब आपको बिलों, चालानों (Invoices), अकाउंटिंग बुक और बैंक स्टेटमेंट को मैनुअली मैच नहीं करना होगा, जिससे आप काफ़ी समय बचा सकते हैं। यकीनन यह अब तक का सबसे अच्छा बैंक अकाउंट होगा, जिसकी हर बिज़नेस को अपने फ़ाइनेंस को मैनेज़ करने के लिए ज़रूरत होगी। आख़िर हो भी क्यों न, यह आपके बिज़नेस को तेज़ी से आगे बढ़ने में मदद जो करता है।
हालांकि, कुछ ऐसे काम भी हैं, जो OpenBook ऑनलाइन अकाउंट से नहीं किए जा सकते हैं, जैसे इस अकाउंट से लोन के लिए आवेदन, इन्वेस्टमेंट और VISA अप्रूवल नहीं किया जा सकता है। इसके बाद भी आप OpenBook की मदद से अपने बिज़नेस को आगे बढ़ाने के लिए कई काम कर सकते हैं।
OpenBook की इतनी ख़ासियतों के बारे में जानने के बाद भी आप किसका इंतज़ार कर रहे हैं? आज ही OpenBook ऐप डाउनलोड करें और अपने बिज़नेस की बिलिंग, बैंकिंग, अकाउंटिंग और टैक्स को आसानी से एक ही जगह मैनेज़ करके अपना #BusinessकरोSimple.