करेंट अकाउंट मुख्य रूप से व्यावसायिक संस्थाओं द्वारा खोला जाता है, जो नियमित रूप से बड़ी संख्या में ट्रांजेक्शन्स करते हैं। इसमें पैसे जमा करना, निकालना, चेक जमा करना और पेमेंट कलेक्ट करना आदि शामिल होते हैं। करेंट अकाउंट का इस्तेमाल किसी भी संस्था के साथ-साथ फ़्रीलांसर, एक व्यक्ति या एक व्यक्ति की कंपनी के मालिक द्वारा भी किया जा सकता है। अक्सर देखा जाता है कि इनमें से ज़्यादातर लोग बिज़नेस संबंधी ट्रांजेक्शन्स के लिए अपने सेविंग अकाउंट का इस्तेमाल करते हैं, जिससे वो ज़ीरो बैलेंस करेंट अकाउंट की सर्विस के फ़ायदों से वंचित रह जाते हैं। जानकारी के लिए बता दें कि छोटे और मध्यम बिज़नेस (SMB) के लिए ज़ीरो बैलेंस करेंट अकाउंट बहुत उपयोगी है, क्योंकि उन्हें अपने अकाउंट में मासिक औसत बैलेंस (MAB) रखने की आवश्यकता नहीं पड़ती है। जिससे वो अपने पूरे पैसों को बिज़नेस के काम में लगा सकते हैं।
इसलिए इस ब्लॉग में हम आपको ज़ीरो बैलेंस करेंट अकाउंट के 7 मुख्य फ़ायदों के बारे में बताएंगे।
- अलिमिटेड ट्रांजेक्शन्स: ज़ीरो बैलेंस करेंट अकाउंट होने पर आपको अनलिमिटेड ट्रांजेक्शन्स करने की सुविधा मिलती है। यानी आप अपनी आवश्यकता के अनुसार, चाहे जितनी बार पैसे भेज और निकाल सकते हैं। इसके साथ ही डेली अपर लिमिट भी बहुत ज़्यादा होती है, जिससे बिज़नेस चलाने के लिए आपके पास पर्याप्त कैश मौजूद रहता है।
- कोई ट्रांजेक्शन चार्ज़ नहीं: व्यवसायी बिना ट्रांजेक्शन चार्ज़ की परवाह किए RTGS, NEFT, ECS, IMPS और UPI जैसे माध्यमों से एक या एक से ज़्यादा पेमेंट कर सकते हैं।
- बिज़नेस फंड को अच्छे से मैनेज़ करें: करेंट अकाउंट आपको अपने बिज़नेस और पर्सनल फंड (फ़ाइनेंस) को अलग-अलग रखने में मदद करता है। इसकी मदद से बिज़नेस के कैशफ़्लो को आसानी से ट्रैक और ऑडिट किया जा सकता है, जिससे आपको अपने बजट के अनुसार एक्सपेंस की बेहतर योजना बनाने में मदद मिलती है। करेंट अकाउंट टैक्स की गणना और कटौती के लिए भी उपयोगी होता है।
- बिज़नेस की वैधता: बिज़नेस छोटा हो या बड़ा उसे संभालते समय पर्सनल अकाउंट का इस्तेमाल करना या बिज़नेस सम्बंधी एक्सपेंसेस को मैनेज़ करना ग़ैर-पेशेवर (Unprofessional) माना जाता है। ऐसे में अगर आप अपने बिज़नेस के लिए करेंट अकाउंट का इस्तेमाल करेंगे, तो उसकी वैद्यता बढ़ जाती है। इसके साथ ही बिज़नेस संबंधी लोन लेने में भी आसानी होती है।
- कोई स्थायी इंस्ट्रक्शन चार्ज़ नहीं: बिज़नेस चलाते समय अक्सर फंड ट्रांसफ़र, थर्ड पार्टी पेमेंट, लोन की EMI या उनकी भरपाई के लिए समय-समय पर निर्धारित पेमेंट करना पड़ता है। करेंट अकाउंट ज़ीरो चार्ज़ के साथ ऐसे पेमेंट को ऑटोमेट करने के लिए स्थायी निर्देश सुविधा का लाभ उठाने में मदद करता है।
- साख-योग्यता: ज़्यादातर बिज़नेस पैसों की कमी होने पर लोन लेकर बिज़नेस को आगे बढ़ाना चाहते हैं। ऐसे में अगर किसी प्रतिष्ठित बैंक में आपका या आपके बिज़नेस का करेंट अकाउंट है, तो आपकी साख-योग्यता बढ़ती है और आपको आसानी से बिज़नेस लोन मिल सकता है।
- वैल्यू एडेड सर्विसेस: वर्तमान में बिज़नेस की विभिन्न आवश्यकताओं के आधार पर कई प्रकार के करेंट अकाउंट उपलब्ध हैं। इन सभी अकाउंट्स के साथ कुछ वैल्यू एडेड सर्विसेस भी आती हैं, जिससे बिज़नेस चलाने में आसानी होती है। उदाहरण के लिए, OpenBook का करेंट अकाउंट ख़ासतौर से SMB की ज़रूरतों को पूरा करता है और बिलिंग, अकाउंटिंग और GST को आसान बनाने के लिए टूल्स प्रदान करता है।