बिज़नेस स्मॉल (Small business) हो या बड़ा, उसे अच्छे से चलाने के लिए कई चीजों का ध्यान रखना पड़ता है। सही कहते हैं कि बिज़नेस (Business) शुरू करने भर से ही बिज़नेस सफल (Successful business) नहीं होता है, बल्कि उसका सही तरीके से मैनेज़मेंट करना पड़ता है। बिज़नेस मैनेजमेंट (Business management) से मतलब बैंकिंग (Banking), अकाउंटिंग (Accounting), एक्सपेंसेस (Expenses), कैशफ़्लो (Cashflow), इन्वेंटरी मैनेज़ (Inventory management) करने से है। अगर इन सभी चीजों पर बराबर ध्यान नहीं दिया गया, तो बिज़नेस (Business) के सफल होने की संभावना काफ़ी कम हो जाती है। जिस तरह से बिज़नेस के लिए बैंकिंग (Banking) ज़रूरी होती है, उसी तरह से इन्वेंटरी मैनेज़ (Inventory management) करना भी बहुत ज़रूरी होता है। आज हम इस ब्लॉग में बात करेंगे कि इन्वेंटरी क्या है (What is inventory?) और उसे आसानी से कैसे मैनेज़ (How to manage inventory easily) कर सकते हैं।
इन्वेंटरी क्या है:
इन्वेंटरी (Inventory) का मतलब कच्चे माल (Raw material), बिक्री के लिए उपलब्ध आइटम्स (Items available for sale) और बिक्री के लिए तैयार होने वाले आइटम्स से है। आसान शब्दों में इन्वेंटरी को स्टॉक (Stock) भी कहा जा सकता है। किसी भी बिज़नेस की बैलेंस शीट (balance sheet) में इन्वेंटरी को संपत्ति (Asset) के रूप में माना जाता है, क्योंकि आइटम्स बिकने के बाद वह कैश (Cash) में बदल जाता है। इन्वेंटरी को मर्चेंडाइज (Merchandise) के रूप में भी माना जाता है, जो उन सामग्रियों और सामानों को कहते हैं, जिन्हें व्यवसायी भविष्य में अपने ग्राहकों को बेचने के लिए रखते हैं।
इससे साफ़ हो जाता है कि किसी भी बिज़नेस के लिए इन्वेंटरी (Inventory) कितनी महत्वपूर्ण होती है। ऐसे में अगर आप चाहते हैं कि आपका स्मॉल बिज़नेस (Small business) ठीक तरह से चलता रहे तो अब आपको बिज़नेस की इन्वेंटरी को मैनेज़ (Management of business inventory) करने पर ज़्यादा ध्यान देना चाहिए।
बिज़नेस में इन्वेंटरी का महत्व:
किसी भी बिज़नेस के लिए इन्वेंटरी कितनी महत्वपूर्ण होती है (Importance of inventory for businesses), इसे हम एक साधारण से उदाहरण द्वारा समझने की कोशिश करते हैं।
गुप्ता जी किराने की दुकान (Kirana shop) चलाते हैं और वह अपने सभी ग्राहकों (Customers) को हमेशा खुश रखने की कोशिश करते हैं। वह ग्राहकों की ज़रूरत का हर आइटम अपनी दुकान में रखते हैं। हालांकि, कई बार वह कुछ आइटम्स मंगाना भूल जाते हैं, जिसकी वजह से उनके ग्राहकों को ख़ाली हाथ वापस जाना पड़ता है। इसकी वजह से गुप्ता जी के बिज़नेस (Business) पर बुरा असर पड़ता है। वहीं, अगर गुप्ता जी दुकान की इन्वेंटरी (Inventory) पर ध्यान देते, तो शायद ऐसा नहीं होता। अगर वो इन्वेंटरी (Inventory) पर ध्यान देते तो उन्हें पता होता कि कौन-कौन से आइटम्स हैं और किन आइटम्स को ऑर्डर (Order) करने की ज़रूरत है।
यही वजह है कि इन्वेंटरी, स्मॉल बिज़नेस (Small business) से लेकर बड़े बिज़नेस (Evolved business) तक सबके लिए महत्वपूर्ण होती है। अगर इसका सही तरीके से मैनेज़मेंट नहीं किया गया तो बिज़नेस पर बुरा असर पड़ता है और ग्राहकों का भरोसा भी टूट जाता है।
इन्वेंटरी (Inventory) को मैनेज़ करने के लिए पर्चेज़ ऑर्डर (Purchase order) बनाए जाते हैं। आइए अब जानते हैं कि पर्चेज़ ऑर्डर (Purchase order) किसे कहते हैं और इन्वेंटरी (Inventory) के लिए यह क्यों उपयोगी है।
पर्चेज़ ऑर्डर क्या है:
वेंडर (Vendor) से ऑर्डर किए जाने वाले आइटम्स की लिस्ट को पर्चेज़ ऑर्डर (Purchase order) कहते हैं। मान लीजिए गुप्ता जी किराने की दुकान के ख़त्म हो चुके आइटम्स जैसे दाल, तेल, चीनी, नामक, साबुन को ऑर्डर करने के लिए लिस्ट बनाते हैं। वह लिस्ट में आइटम्स के साथ ही उसकी मात्रा यानी क्वांटिटी भी लिखते हैं। गुप्ता जी की उस लिस्ट को पर्चेज़ ऑर्डर (Purchase order) कहा जा सकता है। क्योंकि गुप्ता जी इसी लिस्ट की सहायता से वेंडर (Vendor) के पास आइटम्स (Items) का ऑर्डर प्लेस करेंगे।
पर्चेज़ ऑर्डर का इन्वेंटरी में उपयोग:
पर्चेज़ ऑर्डर (Purchase Order), इन्वेंटरी मैनेज़मेंट (Inventory management) का एक हिस्सा है। अगर आप अपने बिज़नेस की इन्वेंटरी (Inventory of business) को मैनेज़ करना चाहते हैं तो आपको इसके लिए पर्चेज़ ऑर्डर (Purchase order) बनाना पड़ेगा। इसलिए हम कह सकते हैं कि पर्चेज़ ऑर्डर, इन्वेंटरी मैनेज़मेंट के लिए बहुत ज़्यादा उपयोगी होता है।
आज के तकनीकी युग (Technical era) में ज़्यादातर काम तकनीकी (Technology) की सहायता से होने लगे हैं। इससे गलती होने की संभावना भी काफ़ी कम हो जाती है। ऐसे में अगर आप अभी भी अपने बिज़नेस की इन्वेंटरी (Inventory) को मैनेज़ करने के लिए पेपर पर पर्चेज़ ऑर्डर (Purchase order) बनाते हैं, तो ऐसा करना भी बंद कर दें। आप OpenBook की मदद से अपने स्मार्टफ़ोन पर ही पर्चेज़ ऑर्डर (Purchase order) बनाकर वेंडर (Vendor) को उनके व्हाट्सऐप, SMS या ईमेल पर भेज सकते हैं और अपनी इन्वेंटरी को काफ़ी आसान बना सकते हैं। सबसे बड़ी बात आप OpenBook से ही तुरंत उसकी पेमेंट (Payment) भी कर सकते हैं।
आपको बता दें कि OpenBook बिज़नेस को आसानी से मैनेज़ करने के लिए एक ऑनलाइन बैंक अकाउंट (Online bank account) देता है। जिससे आप अपने बिज़नेस की बिलिंग, बैंकिंग, अकाउंटिंग और टैक्स सब कुछ एक जगह पर मैनेज़ कर सकते हैं। OpenBook आपको लो स्टॉक की जानकारी भी देता है, जिससे स्टॉक कम होने पर आप उसे आसानी से मैनेज़ कर सकते हैं।
ऐसे में ज़्यादा इंतज़ार मत कीजिए। अपने बिज़नेस को मैनेज़ करने के लिए OpenBook इस्तेमाल करें और अपना #BusinessकरोSimple.